₹10,000 के निवेश पर मिलेंगे ₹6.25 लाख सिर्फ इतने महीनों में, देखें कैलकुलेशन Top 5 ELSS Scheme
Top 5 ELSS Scheme: म्यूचुअल फंड निवेश एक ऐसा माध्यम है जो लंबी अवधि में न केवल बेहतरीन रिटर्न देता है, बल्कि कर बचत में भी मदद करता है। इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) एक ऐसी योजना है जो निवेशकों को दोहरा लाभ प्रदान करती है। आइए जानें ELSS के बारे में और देखें टॉप 5 ELSS योजनाओं का प्रदर्शन।
ELSS क्या है?
ELSS एक प्रकार की म्यूचुअल फंड योजना है जो मुख्य रूप से इक्विटी में निवेश करती है। इसमें निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का कर लाभ मिलता है। ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जो अन्य कर बचत विकल्पों की तुलना में कम है।
टॉप 5 ELSS योजनाओं का प्रदर्शन
1. SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
– 3 साल का औसत वार्षिक SIP रिटर्न: 39.37%
– 10,000 रुपये मासिक SIP का 3 साल में मूल्य: 6,24,981 रुपये
2. मोतीलाल ओसवाल ELSS टैक्स सेवर फंड
– 3 साल का औसत वार्षिक SIP रिटर्न: 38.82%
– 10,000 रुपये मासिक SIP का 3 साल में मूल्य: 6,20,550 रुपये
3. क्वांट ELSS टैक्स सेवर फंड
– 3 साल का औसत वार्षिक SIP रिटर्न: 36.78%
– 10,000 रुपये मासिक SIP का 3 साल में मूल्य: 6,04,510 रुपये
4. ITI ELSS टैक्स सेवर फंड
– 3 साल का औसत वार्षिक SIP रिटर्न: 36.61%
– 10,000 रुपये मासिक SIP का 3 साल में मूल्य: 6,03,142 रुपये
5. बैंक ऑफ इंडिया ELSS टैक्स सेवर फंड
– 3 साल का औसत वार्षिक SIP रिटर्न: 36.1%
– 10,000 रुपये मासिक SIP का 3 साल में मूल्य: 5,99,212 रुपये
ELSS में निवेश के लाभ
1. कर बचत: ELSS में निवेश करके आप धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
2. कम लॉक-इन अवधि: अन्य कर बचत विकल्पों की तुलना में ELSS में केवल 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है।
3. उच्च रिटर्न संभावना: इक्विटी में निवेश के कारण ELSS लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है।
4. लचीला निवेश: आप एकमुश्त या SIP के माध्यम से ELSS में निवेश कर सकते हैं।
5. पेशेवर प्रबंधन: फंड मैनेजर आपके पैसे का प्रबंधन करते हैं, जिससे आपको बाजार की बारीकियों को समझने की चिंता नहीं करनी पड़ती।
निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें
1. जोखिम क्षमता: ELSS इक्विटी आधारित योजनाएं हैं, इसलिए अपनी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार ही निवेश करें।
2. निवेश उद्देश्य: अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप ELSS का चयन करें।
3. फंड का प्रदर्शन: केवल पिछले प्रदर्शन पर निर्भर न रहें। फंड की रणनीति और प्रबंधन टीम की क्षमता को भी ध्यान में रखें।
4. खर्च अनुपात: कम खर्च अनुपात वाले फंड चुनें, क्योंकि यह आपके समग्र रिटर्न को प्रभावित करता है।
5. विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो में उचित विविधीकरण सुनिश्चित करें।
ELSS एक आकर्षक निवेश विकल्प है जो कर बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न की संभावना प्रदान करता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना और अपने जोखिम प्रोफाइल तथा निवेश उद्देश्यों के अनुरूप निर्णय लेना सुनिश्चित करें। सही चुनाव और धैर्य के साथ, ELSS आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।