बजट के दिन यूपी, बिहार सहित इन राज्यों में पेट्रोल-डीजल हुआ सस्ता, जानें रेट Petrol Diesel Prices
Petrol Diesel Prices: 23 जुलाई 2024 को, बजट पेश होने के दिन, देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले। कुछ राज्यों में दामों में गिरावट आई, जबकि कुछ में मामूली वृद्धि हुई। यह बदलाव ईंधन की कीमतों में लगातार होने वाले उतार-चढ़ाव का एक और उदाहरण है।
बिहार में ईंधन की कीमतों में गिरावट
बिहार में पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। पेट्रोल 44 पैसे घटकर 106.87 रुपये प्रति लीटर हो गया, जबकि डीजल 41 पैसे कम होकर 93.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। यह गिरावट राज्य के उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है।
प्रमुख महानगरों में ईंधन की कीमतें
देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। मुंबई में भी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ, जहां पेट्रोल 103.44 रुपये और डीजल 89.97 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा। कोलकाता में भी दामों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ, यहां पेट्रोल 104.95 रुपये और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर पर बना रहा।
चेन्नई में मामूली राहत
चेन्नई के उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली, जहां पेट्रोल 23 पैसे और डीजल 22 पैसे सस्ता हुआ। यहां पेट्रोल अब 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है।
उत्तर प्रदेश में कीमतों में कमी
उत्तर प्रदेश में भी ईंधन की कीमतों में गिरावट देखी गई। यहां पेट्रोल 12 पैसे घटकर 94.25 रुपये प्रति लीटर और डीजल 14 पैसे कम होकर 87.27 रुपये प्रति लीटर हो गया। यह राज्य के निवासियों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
महाराष्ट्र में भी राहत
महाराष्ट्र के लोगों को भी ईंधन की कीमतों में कमी का लाभ मिला। राज्य में पेट्रोल और डीजल दोनों 20-20 पैसे सस्ते हो गए। अब यहां पेट्रोल 104.24 रुपये और डीजल 90.77 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है।
कीमतों में बदलाव के कारण
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव कई कारकों का परिणाम हो सकता है। इनमें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें, विनिमय दर, और सरकारी नीतियां प्रमुख हैं। बजट के दिन कीमतों में यह बदलाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आने वाले समय में ईंधन की कीमतों के रुख का संकेत दे सकता है।
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
ईंधन की कीमतों में यह बदलाव आम जनता के दैनिक जीवन पर सीधा प्रभाव डालता है। कीमतों में गिरावट से लोगों को राहत मिलती है, जबकि वृद्धि से उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। यह न केवल व्यक्तिगत वाहन मालिकों को प्रभावित करता है, बल्कि सार्वजनिक परिवहन और माल ढुलाई की लागत पर भी असर डालता है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में यह दैनिक बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था की गतिशीलता को दर्शाता है। उपभोक्ताओं को इन बदलावों पर नज़र रखनी चाहिए और अपने खर्च को तदनुसार नियोजित करना चाहिए। साथ ही, सरकार और तेल कंपनियों को भी ईंधन की कीमतों को स्थिर और उचित स्तर पर बनाए रखने के लिए प्रयास करने चाहिए, ताकि आम जनता पर अनावश्यक वित्तीय बोझ न पड़े।