सोने के दाम पहुंचे आसमान पर, 10 ग्राम सोने का दाम जानकर उड़ जायेंगे आपके होश Gold Silver Rate
Gold Silver Rate: 16 जुलाई को सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। शादी के सीजन के खत्म होते ही 24 कैरेट सोने का भाव 73,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट सोना 199 रुपये बढ़कर 73,131 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
विभिन्न कैरेट के सोने के दाम
सोने के अन्य प्रकारों में भी वृद्धि देखी गई:
• 23 कैरेट सोना: 198 रुपये बढ़कर 72,838 रुपये प्रति 10 ग्राम
• 22 कैरेट सोना: 182 रुपये बढ़कर 66,988 रुपये प्रति 10 ग्राम
• 18 कैरेट सोना: 149 रुपये बढ़कर 54,848 रुपये प्रति 10 ग्राम
• 14 कैरेट सोना: 117 रुपये बढ़कर 42,782 रुपये प्रति 10 ग्राम
चांदी के दाम में मामूली गिरावट
जहां सोने की कीमतों में तेजी आई, वहीं चांदी के दाम में मामूली गिरावट देखी गई। चांदी का भाव 33 रुपये घटकर 91,802 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुला।
कीमतों में वृद्धि के कारण
सोने की कीमतों में इस तेजी के पीछे कई कारण हैं:
- फेडरल रिजर्व की नीति: फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत दिया है कि मुद्रास्फीति लक्ष्य की ओर प्रगति हो रही है। इससे ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है।
- केंद्रीय बैंकों की खरीद: इस साल विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद से भी कीमतों को समर्थन मिला है।
- आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
- डॉलर का कमजोर होना: अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से भी सोने की कीमतों को बल मिला है।
भविष्य की संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। सिटी के विश्लेषकों के अनुसार, सोने की कीमत 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। कमजोर अमेरिकी श्रम बाजार और मंद मुद्रास्फीति के कारण फेडरल रिजर्व की नीति में बदलाव की उम्मीद है, जो सोने और चांदी के लिए अनुकूल हो सकता है।
सोने की कीमतों में यह वृद्धि निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। जहां निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है, वहीं उपभोक्ताओं के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है। आने वाले समय में वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और केंद्रीय बैंकों की नीतियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि ये कारक सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करते रहेंगे।