बजट के ऐलान के बाद सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट, सोना 4000 रुपये तक सस्ता, जानें रेट Gold Price Today
Gold Price Today: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित बजट 2024 ने सोने और चांदी के बाजार में बड़ा उलटफेर कर दिया है। आइए विस्तार से जानें क्या हुआ और इसका क्या मतलब है।
बजट में क्या हुआ बदलाव?
वित्त मंत्री ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को 6% कम करने की घोषणा की। साथ ही, प्लैटिनम पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6.4% कर दिया गया। यह कदम सोने-चांदी के आयात को सस्ता करने और घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है।
सोने के दाम में आई भारी गिरावट
इस घोषणा के बाद सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखी गई:
1. एमसीएक्स पर सोना 68,500 रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गया।
2. 5 अगस्त की डिलिवरी वाला सोना 5.46% या 3,967 रुपये गिरकर 68,751 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया।
3. दिल्ली में 22 कैरेट सोना 67,840 रुपये और 24 कैरेट सोना 73,990 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था।
चांदी के दाम में भी बड़ी कमी
चांदी की कीमतों में भी इसी तरह की गिरावट देखी गई:
1. एमसीएक्स पर चांदी 84,275 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गई।
2. 5 सितंबर की डिलिवरी वाली चांदी 5.48% या 4,890 रुपये गिरकर 84,313 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुख
वैश्विक बाजार में सोने की कीमत लगभग 2,397.13 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही। यह दर्शाता है कि भारतीय बाजार में गिरावट मुख्य रूप से घरेलू नीतिगत बदलावों के कारण आई है।
क्यों आई इतनी बड़ी गिरावट?
कस्टम ड्यूटी में कमी का सीधा असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ा है। इससे आयात सस्ता हो जाएगा, जिसका लाभ घरेलू बाजार को मिलेगा। व्यापारियों और निवेशकों ने इस खबर पर तुरंत प्रतिक्रिया दी, जिससे कीमतों में तेज गिरावट आई।
क्या यह अच्छा मौका है खरीदारी का?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सोना-चांदी खरीदने का अच्छा मौका हो सकता है। कीमतों में आई इस गिरावट का फायदा उठाकर निवेशक और आम उपभोक्ता सस्ते दामों पर सोना-चांदी खरीद सकते हैं।
भविष्य में क्या हो सकता है?
हालांकि कीमतों में तत्काल गिरावट आई है, लेकिन लंबे समय में कीमतें कई कारकों पर निर्भर करेंगी:
1. वैश्विक आर्थिक स्थिति
2. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां
3. भारतीय रुपये की मजबूती या कमजोरी
4. घरेलू मांग और आपूर्ति की स्थिति
बजट 2024 में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती ने बाजार में बड़ा बदलाव लाया है। यह कदम आम उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इससे सोने और चांदी की कीमतें कम हुई हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बाजार की स्थिति लगातार बदलती रहती है। इसलिए, किसी भी निवेश निर्णय से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कीमतें किस दिशा में जाती हैं और इस नीतिगत बदलाव का दीर्घकालिक प्रभाव क्या होता है।